बिना शिक्षक ही स्कूल में 2 साल से हो रहा नामांकन
शहर के आर्य कन्या हाई स्कूल सह प्लस टू स्कूल में देखते ही देखते 1 साल गुजर गए। लेकिन 11वीं में नामांकित छात्र-छात्राओं के लिए शिक्षकों की पदस्थापना नहीं हुई। नतीजतन 2 साल के कोर्स में डेढ़ साल बिना पढ़ाई के ही बीत गए और 1 साल के बाद होने वाली सर्वाधिक परीक्षा का आयोजन मार्च माह में ही पूरा कर लिया गया है। अब 11वीं में पढ़ने वाली छात्राओं का नामांकन 12वीं में कर लिया गया है। यानी अब 5 से 6 माह बाद उनकी फाइनल परीक्षा होगी। ऐसी छात्राओं की संख्या 73 है। जिसमें साइंस फैकल्टी में 35, आर्ट्स फैकल्टी में 37 छात्राएं हैं। विभाग द्वारा पिछले साल इस स्कूल को इंटरमीडिएट की मान्यता दे दी है। इसके लिए दोनों विभागों में 80 सीट निर्धारित किए गए। इसमें सात सीटों पर नामांकन नहीं हो सका। लेकिन नामांकन कराने वाली छात्राओं को इस बात की जानकारी नहीं थी कि इस स्कूल में संबंधित पढ़ाई के लिए शिक्षक ही पदस्थापित नहीं है। इसलिए अब छात्राएं स्कूल आती है और हाजिरी बनाकर घर वापस लौट जाती है। यहां तक कि इन छात्रों का मासिक जांच परीक्षा का भी आयोजन किया जाता है।
लेकिन जांच परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के लिए भी शिक्षक नहीं है। इसलिए प्रत्येक माह की जांच परीक्षा का उत्तर पुस्तिकाएं बंडल बनाकर कार्यालय में रख दी गई अब नए र सत्र में भी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा छात्राओं की लिस्ट जारी कर दी गई है और नए सत्र के लिए भी साइंस फैकल्टी में 36 और आर्ट्स फैकल्टी में भी 36 छात्राओं का नामांकन हुआ। है हैं। यानी 72 छात्राओं का एडमिशन हो चुका है। दूसरी र सूची के अनुसार अभी और 8 सीटों पर नामांकन होना बाकी है।
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