प्राथमिक की नई शिक्षक भर्ती पर असमंजस के बादल: जानिए क्यों?
प्रयागराज : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण बड़ी संख्या में डीएलएड प्रशिक्षित प्रतियोगी प्राथमिक शिक्षक भर्ती की पांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सदन में बेसिक शिक्षा मंत्री के जवाब से उन्हें निराशा हुईं है। विधानसभा के सत्र में पिछले दिनों एक प्रश्न के उत्तर में ब्रेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने छात्र-शिक्षक अनुपात मानक के अनुसार पूर्ण बताया था, जिसे प्रतियोगी गलत बताकर रिक्तियां गिना रहे हैं।
बेसिक शिक्षा मंत्री ने सदन में बताया था छात्र- शिक्षक अनुपात बराबर, डीएलएड प्रशिक्षित रिक्त पद बताकर कर रहे हैं भर्ती की मांग प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर पिछले दिनों प्रतियोगियों ने उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के बाहर प्रदर्शन किया था। इधर, विधानसभा में ब्रेसिक शिक्षा मंत्री ने प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के सृजित पदों के सापेक्ष रिक्त पदों के प्रश्न पर जो उत्तर दिया, उससे भर्ती आने पर प्रतियोगियों को असमंजस जरूर है, लेकिन भर्ती मांग को लेकर अड़े हुए हैं। मंत्री ने विधानसभा में जवाब दिया था कि शिक्षकों के कुल स्वीकृत 4,17,866 पदों के सापेक्ष 85,152 पद रिक्त हैं,
लेकिन साथ में जोड़ा था कि कार्यरत 3,32,734 अध्यापकों एवं 1,43,450 शिक्षा मित्रों को सम्मिलित करते हुए छात्र शिक्षक अनुपात लगभग 22:1 है, जो मानक के अनुसार पूर्ण है। इसके अलावा रिक्त पदों को भरने के लिए टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए विज्ञापन जारी करने पर विचार करने के प्रश्न के जवाब में कहा था कि आवश्यकतानुसार समय- समय पर भर्ती की जाती है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में 12,460 पदों पर शिक्षक भ्र्ती गतिमान है, जिसमें 11,807 सहायक अध्यापक नियुक्त किए गए हैं। इसके विपरीत प्रतियोगियों ने मार्च में सेवानिवृत्त हुए पदों तथा सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर सरकार की ओर से रिक्त बताए गए 51 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती की मांग की है। इसके लिए चयन आयोग के गेट पर धरना भी दिया था।
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