शिक्षक अभ्यर्थियों ने तीसरे चरण का रिजल्ट जारी होने से पहले डोमिसाइल पॉलिसी लागू करने की मांग तेज कर दी है। रविवार को सोशल मीडिया एक्स सहित अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अभ्यर्थियों ने बिहार मांगे डोमिसाइल कैंपेन चलाया। इसमें मुजफ्फरपुर सहित बिहार के अन्य जिलों से हजारों युवाओं ने बिहार सरकार को टैग करके डोमिसाइल लागू करने का अनुरोध किया।
युवाओं के पलायन और रोजगार के संकट को भी बताया। छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि डोमिसाइल हटाने से बिहार के शिक्षक अभ्यर्थियों का बहुत नुकसान हुआ है। किसी-किसी वर्ग व विषय में अनारक्षित कोटि में बिहार से अधिक बाहर के अभ्यर्थियों का चयन हो गया है। इसका खुलासा आरटीआई से हुआ है। आरटीआई से यह जानकारी मिली है कि टीआरई-2.0 में वर्ग 6 से 8 में हिंदी विषय में अनारक्षित कोटि में कुल 423 पुरुष
अभ्यर्थी चयनित हुए थे, जिसमें बिहार से बाहर के 359 पुरुष थे। अनारक्षित कोटि में कुल 952 चयनित महिलाओं में 776 बिहार से बाहर की हैं। यानी इस कोटि में बिहार के सिर्फ 64 पुरुष अभ्यर्थियों का ही चयन हुआ। दिलीप कुमार ने कहा कि कुछ राज्यों में शिक्षक भर्ती में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से डोमिसाइल लागू है। इसके कारण बिहार के अभ्यर्थी वहां फॉर्म भी नहीं भर सकते।
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