वेरिफिकेशन में गायब शिक्षकों पर शिक्षा विभाग की नजर नहीं
जिला शिक्षा विभाग में शिक्षकों का वेरिफिकेशन चल रहा है। जिले के 5499 शिक्षकों का वेरिफिकेशन होना था। जिसमें 60 प्रतिशत शिक्षकों का ही वेरिफिकेशन हुआ है। वेरिफिकेशन में अब मात्र दो दिन बचा है। 40 प्रतिशत शिक्षक अब तक लापता है। इन शिक्षक पर शिक्षा विभाग की नजर नहीं है। 11 मार्च से लेकर रविवार तक शत-प्रतिशत एक दिन भी शिक्षक वेरिफिकेशन के लिए नहीं पहुंचे हैं। जिले से क्षमता परीक्षा के लिए 6044 ■ शिक्षकों ने आवेदन किया था। जिले के ■23 शिक्षक ऐसे हैं, जिनका रोल नंबर - भागलपुर के साथ-साथ अन्य जिलों में ■ दिख रहा था। जिले में 32 डुप्लीकेट ■ शिक्षकों को शिक्षा विभाग ने चिह्नित किया था। इन शिक्षकों की एसटीईटी और सीटीईटी, बीटीईटी नंबर पर कई जिलों में भी शिक्षक पदस्थ थे ।
सभी शिक्षकों को फर्जी कहना जल्दीबाजी
जिले में चिह्नित किये गये सभी शिक्षक फर्जी हैं या कहना जल्दीबाजी होगी। लेकिन चिह्नित शिक्षकों के नाम से फर्जीवाड़ा हुआ है, यह बात तय है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मानें तो सभी चिह्नित शिक्षक फर्जी नहीं हो सकते हैं. लेकिन उनके नाम से दूसरे जिले में फर्जीवाड़ा हुआ है। हालांकि पटना के ट्रिपल सी में जांच के बाद चिह्नित शिक्षकों में फर्जी शिक्षकों की पहचान हो जाएगी।
जिले में करीब नौ हजार नियोजित शिक्षक हैं
जिले में करीब नौ हजार नियोजित शिक्षक हैं, जबकि सक्षमता परीक्षा के लिए 6044 शिक्षकों ने ही फार्म भरा है। सक्षमता परीक्षा का फॉर्म नहीं भरा है, उनका सत्यापन कैसे होगा। संदर्भ में किसी प्रकार का निर्देश जारी नहीं किया है जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा ने विद्यालय अध्यापकों का बायोमैट्रिक सत्यापन के लिए बीईओ पीरपैंती भागलपुर को प्राधिकृत किया है।
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