निर्देश : सरकारी के छात्र नहीं कर सकेंगे प्राइवेट में पढ़ाई

 सरकारी के छात्र नहीं कर सकेंगे प्राइवेट में पढ़ाई




विभागीय अपर मुख्य सचिव ने इस बारे में जिला पदाधिकारी को निर्देशित किया है। जिसमें कहा गया है कि विद्यालय में नामांकित सभी छात्रों की ट्रैकिंग की जाए और यह देखा जाए की वह कहीं एक साथ दो विद्यालयों में तो नहीं पढ़ रहे हैं। ऐसे छात्र नाम काटने के डर से लगातार 15 दिन अनुपस्थित नहीं रहते हैं और बीच-बीच में सरकारी विद्यालयों में आते रहते हैं। इस तरह की शिकायतें प्राप्त हो रही है कि सरकार से दी जाने वाली योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से छात्रों का दाखिला केवल सरकारी विद्यालयों में कराया जाता है। जबकि, वह जिले अथवा जिले के बाहर के निजी विद्यालयों से पढ़ाई करते है।



2023 में 1 लाख छात्र-छात्राओं का नामांकन रद्द


सरकारी और निजी विद्यालयों में जिन छात्रों का नामांकन पाया गया है उनका भी नामांकन रद्द करने की कार्रवाई की गई है। सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए कई विद्यालयों में छात्रों का नामांकन पाया गया है जिनके विरुद्ध कार्रवाई की गई है। जिले में 2023 में करीब एक लाख छात्र-छात्राओं का नामांकन रद्द किया गया है। स्कूलों में विभाग की सख्ती के बाद छात्रों की उपस्थिति बढ़ी है। छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने से स्कूल में बेंच डेस्क सहित पेयजल की समस्या भी आ रही है। शिक्षा विभाग लगातार उपस्थिति बढ़ाने पर जोर दे रहा है। कहीं ऐसे विद्यालय हैं जहां छात्रों की अधिक संख्या होने से स्कूल परिसर में जगह कम पड़ने लगे हैं।



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