मधुबनी, निज संवाददाता। निलंबित शिक्षकों के आदेश को महज 11 वें दिन ही स्थगित किये जाने का मामला उजागर हुआ है। हालांकि, इसके लिए दो डीपीओ सहित तीन सदस्यीय कमेटी गठन किये जाने के बाद कार्रवाई की बात कही जा रही है। मामला लदनियां के उमवि हथिसारा का है। यहां एचएम सरोज कुमार साफी व सहायक यूगेश्वर राय के द्वारा नामांकन के दौरान बच्चों से कथित रुप से राशि लिये जाने के मामला सामने आने के बाद बीईओ ने जांच की।
जांच में राशि लिये जाने के मामले को सत्य बताते हुए कार्रवाई की अनुशंसा इनके द्वारा की गयी। बीईओ की अनुशंसा के आलोक में डीपीओ स्थापना जावेद आलम के द्वारा 17
अगस्त को निलंबित कर दिया गया। निलंबन अवधि के लिए उनका मुख्यालय बाबूबरही बीईओ कार्यालय किया गया। लेकिन 28 अगस्त तक एचएम के द्वारा मुख्यालय में योगदान नहीं किया गया। इसके लिए आरोप की सुनवाई के लिए कमेटी का गठन नहीं किया गया।
इसी दिन डीपीओ स्थापना जावेद आलम के द्वारा ही निलंबन पत्र को स्थगित कर दिया गया और मामले की फिर से जांच के लिए दो डीपीओ सहित तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया। प्रभारी डीईओ सह डीपीओ स्थापना जावेद आलम ने बताया कि गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी। तत्काल निलंबन के जारी पत्र को स्थगित किया गया है। इधर, एचएम के फिर से उसी स्कूल में योगदान लेने के बाद से गांव में हड़कंप मचा है। ग्रामीण ईद मोहम्मद, नथुनी राय, रमेश कुमार व अन्य ने आरडीडी दरभंगा, डीएम व अन्य वरीय अधिकारियों को ज्ञापन देते हुए शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। इन्होंने ज्ञापन में बताया है कि एचएम के द्वारा अब खुलेआम ग्रामीणों को धमकी दिया जा रहा है। @pky
Post a Comment