अनुकंपा पर 3 अध्यपकों की नियमित नियुक्ति पर शोकॉज
बेतिया कार्यालय। अनुकंपा पर तीन शिक्षकों की नियमित नियुक्ति होने के मामले में शिक्षा विभाग ने शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने पत्र जारी करते हुए कहा कि विभाग को गुमराह कर नियोजित से नियमित शिक्षक बन कार्य कर रहे हैं। अनुकंपा पर नियोजित इन शिक्षकों ने विभाग को गुमराह कर सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के तहत अपना समायोजन नियोजित से नियमित शिक्षक के रूप में करा लिया था। जबकि सर्वोच्च न्यायालय के उक्त फैसले के तहत 1-7-2006 के पूर्व हुई अनुकंपा समिति की अनुशंसा वाले नियोजित शिक्षकों को ही नियमित शिक्षक पद पर नियुक्त करना था। लेकिन, इन शिक्षकों ने विभाग को अंधेरे में रख कुछ कर्मियों की मिली भगत से निर्धारित डेटलाइन के बाद की अनुशंसा के बावजूद नियमित शिक्षक पद पर अपना समायोजन करा लिया था। लेकिन, अब मामले का खुलासा होने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उन तीनों
शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है। डीईओ ने स्पष्ट किया है तीन दिनों में स्पष्टीकरण का जवाब नहीं देने वाले शिक्षकों से नियमित शिक्षक के रूप में वेतन मद में ली गई अधिकाय राशि वसूली की कार्रवाई प्रारंभ कर दी जाएगी।
इन शिक्षकों से मांगा गया है स्पष्टीकरणः विभाग को गुमराह कर अनुकंपा के आधार पर नियोजित से नियमित शिक्षक बने जिन तीन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है उनमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलदारी उर्दू बेतिया के सहायक शिक्षक रवि प्रकाश, मध्य विद्यालय छावनी की सहायक शिक्षिका दिव्या तथा आदर्श विपिन मध्य विद्यालय बेतिया के सहायक शिक्षक रंजन कुमार रवि शामिल हैं। अनुकंपा नियुक्ति के मामले में मिल रही शिकायतों के बाद डीईओ ने बीते माह पूर्व निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी से जिला अनुकम्पा समिति के द्वारा की गई अनुशंसा से संबंधित रिपोर्ट की मांग की थी। उक्त रिपोर्ट के अनुसार शिक्षक रवि प्रकाश की अनुशंसा 14.09.2006 में हुई है। वहीं शिक्षिका दिव्या की अनुशंसा 23.09.2024 में हुई है। जबकि शिक्षक रंजन कुमार रवि की अनुशंसा में स्पष्ट रूप से वर्णित है कि जिला अनुकम्पा समिति के द्वारा 01.07.2006 के पूर्व अनुशंसित आश्रित जो नियोजित शिक्षक के पद पर नियुक्त है। उन्हें ही नियमित शिक्षक के पद पर समायोजित करना है। बावजूद समायोजन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है।
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