बिहार शिक्षा क्षेत्रः रोजगार देने के मामले में बिहार 3rd स्थान पर
ब्यूरो। बिहार के लोगों को शिक्षा के क्षेत्र में खूब रोजगार मिल रहा है। पठन-पाठन के क्षेत्र में बिहार में पांच लाख (गैर सरकारी) से अधिक लोग जुड़े हुए हैं। इनका काम स्कूल-कोचिंग में अध्यापन के अलावा लोगों के घरों में ट्यूशन पढ़ाना है। देश में सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में लोगों को रोजगार मिला हुआ है। दूसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल है तो बिहार तीसरे पायदान पर है। असंगठित क्षेत्र के कामगारों का निबंधन ई-श्रम पोर्टल पर हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षा के क्षेत्र में रोजी-रोजगार करने वालों में पुरुषों का दबदबा है। 53.22 फीसदी यानी 277461 पुरुष इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं। महिलाओं की भागीदारी 46.78 फीसदी यानी 243865 है। दिलचस्प यह है कि इस क्षेत्र में युवा पीढ़ी की भागीदारी अधिक है। 91.18 फीसदी लोग 18 से 40 वर्ष के हैं। 40 से 50 वर्ष के बीच मात्र 4.71 फीसदी है। 50 से अधिक उम्र वाले शिक्षकों की संख्या 2.96फीसदी है। वहीं 16 से 18 वर्ष के बीच अध्यापन करने वालों की संख्या मात्र 1.15 फीसदी है।
अब तक शिक्षा के क्षेत्र में हुए निबंधन से यह खुलासा हुआ है। पोर्टल पर 243507 लोगों ने खुद से ही निबंधन कराया है, जबकि सहज वसुधा केंद्र के माध्यम से 277754 लोगों ने निबंधन कराया है। उमंग एप से 44 लोगों ने निबंधन कराया है।
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