जागरण संवाददाता, भागलपुरः अब शिक्षकों की मनमानी नहीं चलेगी। अब एसएमएस और व्हाट्सएप के माध्यम से भेजे गए अनुरोध के आधार पर शिक्षकों को छुट्टी नहीं दी जाएगी। यह प्रक्रिया एक सितंबर से लागू होगी। किसी भी तरह की छुट्टी के लिए मार्क लीव माड्यूल पर आवेदन डालना अनिवार्य होगा। तभी शिक्षकों को छुट्टी मिलेगी। ई-शिक्षाकोष पर यह माड्यूल जारी
कर दिया गया है। एक सितंबर से शिक्षक जो भी छुट्टी लेंगे, वह ई शिक्षा कोष एप पर अपलोड होगा। शिक्षा विभाग का सख्त निर्देश है कि एक अक्टूबर से शिक्षकों को पेमेंट होगा, वह इसी के आधार पर किया जाएगा। एचएम केवल आवेदन के आधार पर ही स्वीकृत अवकाश को इ-शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड करेंगे। लिखित आवेदन को गार्डन फाइल में संधारित करेंगे। वहीं जिले अभी रोजाना 2000 से अधिक शिक्षक आनलाइन अटेंडेंस नहीं बना रहे हैं। इसका क्या कारण है इसे जानने में शिक्षा विभाग लगा हुआ है। 28 अगस्त को 2922 जबकि 29 अगस्त को 2447 शिक्षकों द्वारा आनलाइन अटेंडेंस जिले में नहीं बनाया गया है। जबकि शिक्षा विभाग द्वारा लगातार शिक्षकों को यह कहा जा रहा है कि आनलाइन अटेंडेंस बनाएं। वहीं अब नए निर्देश के मुताबिक अगर कोई भी शिक्षा की स्कूल तय समय से एक घंटे विलंब से आता है तो उनका एक दिन का सीएल का आधा हिस्सा कट जाएगा। वहीं विशेष परिस्थिति में सक्षम प्राधिकार के अनुमति के बाद ही महीने में दो दिन ही शिक्षकों को एक घंटा देरी से उपस्थिति दर्ज करने की
अनुमति मिलेगी। ऐसे शिक्षक जो
बार-बार आनलाइन माध्यम से देरी से उपस्थिति दर्ज कराएंगे तो संबंधित पदाधिकारी के निर्देश पर उन पर कार्रवाई भी होगी। आपको बता दें
कि शिक्षा विभाग द्वारा 25 जून से ई शिक्षाकोष पर आनलाइन अटेंडेंस का ट्रायल लिया जा रहा था। इसके बाद
पिछले दिन शिक्षा विभाग के एसीएस ने इसे अनिवार्य रूप से लागू करने का निर्देश दिया है।
