भारत में टीचर्स की औसत सैलरी सिर्फ 20 हजारः टॉप सैलरी सर्जन्स की, उनकी कमाई टीचर्स से 10 गुना ज्यादा

 आज शिक्षक दिवस है। इस टीचर्स डे पर भारत में शिक्षकों की सैलरी पर बात करते हैं।


Deloitte की 2021-22 की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 1.13 करोड़ से ज्यादा स्कूल टीचर्स हैं।



करियर कम्युनिटी वेबसाइट Glassdoor के मुताबिक भारत में टीचर्स की प्रतिमाह की औसत सैलरी सिर्फ 20 हजार रुपए है।


इससे भी चिंताजनक बात ये है कि सबसे प्रचलित 21 प्रोफेशन्स में औसत सैलरी के मामले में टीचिंग प्रोफेशन 18वें नंबर पर है।


वहीं, औसत सैलरी के मामले में नंबर-1 देश स्विट्जरलैंड में टीचर्स की औसत सैलरी न सिर्फ 6 लाख रुपए से ज्यादा है, बल्कि वहां टीचिंग प्रोफेशन इस मामले में 9वें नंबर पर है।


सबसे ज्यादा सैलरी वाले प्रोफेशन से टीचर्स की औसत


सैलरी 1.64 लाख रुपए कम भारत में सबसे ज्यादा प्रचलित 21 प्रोफेशन्स में से औसत सैलरी के मामले में टीचिंग सबसे कमजोर प्रोफेशन्स में से एक है।


देश में सबसे ज्यादा औसत सैलरी सर्जन की होती है।


एक सर्जन औसतन एक महीने में 1,84 लाख रुपए तक वेतन पाता है, जबकि एक टीचर की औसत मासिक


सैलरी सिर्फ 20 हजार रुपए है। दुनिया में सबसे बेहतर सैलरी देने वाले स्विट्‌जरलैंड में टीचर्स की स्थिति बेहतर सैलरी के मामले में स्विट्‌जरलैंड को दुनिया में सबसे बेहतर माना जाता है। स्विट्जरलैंड के सभी सेक्टर्स के


स्रोत: ग्लासडोर, वास्तव में


प्रोफेशनल्स की तुलना करें तो टीचर्स की स्थिति काफी


अच्छी है।


स्विस सरकार के फेडरल स्टैटिस्टिकल ऑफिस ने 2023


में जॉब और औसत मासिक आय के आंकड़े जारी किए थे। इस लिस्ट में 23 प्रोफेशन्स थे। यहां औसत मासिक


सैलरी के मामले में टीचिंग का प्रोफेशन 9वें नंबर पर है।


स्विट्‌जरलैंड में भी सबसे ज्यादा औसत सैलरी सर्जन्स की है। वहां एक सर्जन महीने में औसतन 15.83 लाख


रुपए वेतन पाता है, जबकि एक टीचर की औसत


मासिक सैलरी 6.82 लाख है। 

भारत में सर्जन की सैलरी टीचर से 10 गुना ज्यादा, स्विट्जरलैंड में वे अंतर सिर्फ 2 गुना का


कॉस्ट ऑफ लिविंग के लिहाज से विकसित देशों में भी


टीचर्स की सैलरी बहुत ज्यादा नहीं है।


हालांकि, इन देशों में अन्य प्रोफेशनल्स और टीचर्स की

सैलरी का अंतर कम है। 

अमेरिका में अन्य प्रोफेशनल्स की सैलरी टीचर्स से 1.6


गुना ज्यादा


अमेरिका के सेंटर फॉर इकोनॉमिक पॉलिसी रिसर्च ने


2023 में एक रिपोर्ट जारी की।


इस स्टडी में ये देखा गया था कि ग्रेजुएशन लेवल की


शिक्षा लेने के बाद जो लोग टीचर बने उनकी सैलरी दूसरे


प्रोफेशन्स चुनने वालों के मुकाबले कितनी बढ़ी।


स्टडी के लिए वीकली वेज (साप्ताहिक वेतन) की तुलना


की गई।

भारत औसत सैलरी के मामले में दुनिया में 85वें स्थान


पर


CEO वर्ल्ड मैगजीन में 31 मार्च, 2024 को छपी एक


रिपोर्ट के मुताबिक औसत सैलरी के मामले में दुनिया के


196 देशों में भारत 85वें स्थान पर है।


टॉप-10 देशों में अमेरिका और कनाडा के अलावा


बाकी 8 देश यूरोप के हैं। इस रैंकिंग में सबसे ऊपर


स्विट्जरलैंड है

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