जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय सभागार में की गई। बैठक में जिला पदाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने बताया कि जिले में लगभग 17500 शिक्षक नियुक्त हैं। इनमें से पर्व-त्योहार के अवसर पर लगभग 3500 शिक्षकों को अवकाश दे दिया गया है। इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों के अवकाश पर चले जाने से विद्यालयों में शैक्षिक गतिविधियों पर बुरा असर पड़ा है। इस पर डीएम ने नाराजगी जताई। भविष्य में शिक्षकों को सीमित संख्या में अतिआवश्यकता अनुसार ही अवकाश देने का सख्त निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी राघवेन्द्र प्रताप सिंह को दिया गया। पुनः इस तरह की शिकायत प्राप्त होने पर कड़ी अनुशासनिक कार्रवाई करने की चेतावनी भी जिलाधिकारी के द्वारा दी गई। कार्य की प्रगति की समीक्षा में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए नवाचार अपनाने, छात्रों की
जरूरतों के अनुसार शिक्षण विधियों को अद्यतन करने और शिक्षकों की नियमित प्रशिक्षण प्रक्रिया पर जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि बच्चों में रचनात्मकता और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए अतिरिक्त गतिविधियों का भी संचालन किया जाए।जिसमें विभाग द्वारा वर्तमान में संचालित योजनाओं की जानकारी दी। निर्देश दिया कि सभी योजनाओं से संबंधित सतत अनुश्रवण विद्यालयों की मॉनिटरिंग
और गहन निरीक्षण करते हुए सभी प्रकार की शिक्षा से जुड़ी हुई योजना का लक्ष्य पूरा करें। विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ आवश्यकता अनुसार आधारभूत संरचनाओं के निर्माण कार्य के प्रगति की भी विस्तार से समीक्षा जिला पदाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता के द्वारा की गई।जिलाधिकारी ने सभी निर्माण कार्यों को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूर्ण करने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी राघवेन्द्र प्रताप सिंह को दिया।
Post a Comment