बिदुपुर प्रखंड के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय मोहनपुर काजीपट्टी में गुरुवार को प्रार्थना सभा के समय एक शिक्षक और शिक्षिका किसी बात पर आपस में उलझ गए। उसके बाद प्रधानाध्यापक, शिक्षक एवं शिक्षिका के बीच हाथापाई भी हुई। स्कूल में यह नजारा देख अन्य शिक्षक व छात्र हक्के बक्के रह गए। विद्यालय में अफरातफरी मच गयी। कुछ शिक्षक शिक्षिकाओं ने बीचबचाव कराया। मामले की सूचना तुरंत बीईओ को दी गयी। सूचना पाते ही बीईओ अरुण कुमार मौके पर पहुंचे और वस्तुस्थिति की जानकारी ली। प्रधानाध्यापक एवं अन्य शिक्षक और छात्रों के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन भी बीईओ को सौंपा गया। शिक्षकों का कहना था कि विद्यालय के सहायक शिक्षिका सुषमा सिन्हा स्कूल में योगदान के समय से ही पठन पाठन का कार्य नहीं करती हैं और न ही हेडमास्टर की कोई बात सुनती हैं। शिक्षिका विभाग के एक बड़े अधिकारी का धौस दिखा कर प्रधानाध्यापक एवं अन्य शिक्षकों को अक्सर धमकाया करती हैं। उसकी अनुशासनहीनता से हेडमास्टर और शिक्षकगण अजीज आ चुके है। वहीं शिक्षिका सुषमा सिन्हा का कहना है कि उन सबके साथ तुगलकी रवैया रखा जाता है। उसकी जायज बात को दरकिनार कर दिया जाता है।
मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को प्रार्थना जैसे ही समाप्त हुई। शिक्षिका सुषमा सिन्हा ने हेडमास्टर संजीव कुमार चौधरी को डीपीओ एसएसए का फोन रिसीव करने को बोलने गई। हेडमास्टर ने
उनसे बात भी की। और जैसे ही फोन का वार्ता समाप्त हुई, किसी बात को लेकर बहस शुरू हो गई। जिसके बाद आरोप यह है महिला शिक्षिका ने थप्पड़ चला दिया। शिक्षक ब्रजेश कुमार द्वारा मामले में हस्तक्षेप किया गया, जिसके बाद दोतरफा धक्कामुक्की और हाथापायी हुई। घटना की सूचना पर जब बीईओ अरुण कुमार स्कूल पहुंचे तो हेडमास्टर संजीव कुमार चौधरी, शिक्षक ब्रजेश कुमार, रामप्रवेश सिंह, राकेश कुमार, श्वेता सिन्हा, रंजन कुमार, पवन कुमार, संजय कुमार और लगभग दर्जनों छात्रों ने हस्ताक्षर बना कर घटना की जानकारी देते देते हुए उचित करवाई करने का अनुरोध किया, मामले में बीईओ अरुण कुमार ने बताया कि घटना की लिखित सूचना मिली है उक्त शिक्षिका पर करवाई हेतु जिले को लिखा गया है।
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